मुद्रा मान में स्वर्ण के सिक्के के चलन होने को क्या कहा जाता है?
- स्वर्ण पाट मान (Gold Bullion Standard)
- स्वर्ण चलन मान (Gold Currency Standard)
- स्वर्ण विनिमय मान (Gold Exchange Standard)
- इनमें से कोई नहीं
ग्रेशम का नियम निम्न में से किन परिस्थितियों में लागू नहीं होता है?
- जब देश में एक ही धातु की मुद्रा का चलन हो
- जब देश में द्विधातुमान हो
- जब देश में एक बैंकिंग प्रथा की पर्याप्त उन्नति हो गई हो
- उपरोक्त तीनों परिस्थितियों में लागू होता है
मुद्रा प्रसार और मुद्रा संकुचन -
- दोनों ही समान रूप से हानिकारक हैं
- मुद्रा प्रसार अधिक हानिकारक है
- मुद्रा संकुचन अधिक हानिकारक है
- दोनों ही लाभकारी हैं
घाटे की वित्त व्यवस्था में व्यय और राजस्व का अन्तर अतिरिक्त कागजी मुद्रा छापकर पाटते हैं। परन्तु यदि यह विफल हुई तो इससे स्थिति उत्पन्न होती है -
- मुद्रा संकुचन की
- विमुद्रीकरण की
- मुद्रा अवमूल्यन की
- मुद्रा स्फीति की
अवमूल्यन का प्रमुख लक्ष्य क्या होता है?
- निर्यात को बढ़ावा देना
- आयात को बढ़ावा देना
- आयात तथा निर्यात दोनों को बढ़ावा देना
- आयात तथा निर्यात दोनों को हतोत्साहित करना
निम्न में से किस वर्ग के लोगों के लिए मुद्रा प्रसार लाभदायक है?
- निश्चित आय वाले व्यक्तियों के लिए
- उपभोक्ताओं के लिए
- उत्पादक के लिए
- इनमें से कोई भी नहीं
पत्र मुद्रा मान का सबसे प्रबल दोष है -
- आवश्यकता से अधिक निकासी का भय
- देश के बाहर इसका कोई महत्व न होना
- शीघता से नाश होना
- खो जाने का भय
भारत में मुद्रा स्फीति का प्रमुख कारण है -
- राजकोषीय घाटे में वृद्धि
- बजटगत घाटे में वृद्धि
- प्रतिकूल भुतान शेष
- भारतीय श्रमिकों की अल्प उत्पादकता
स्टैगफ्लेशन (Stagflation) है -
- विकास के साथ मुद्रा स्फीति
- मन्दी के साथ मुद्रा स्फीति
- विकास के साथ अवस्फूति
- अवस्फीति के पश्चात् मुद्रा स्फीति
अवमूल्यन (Devaluation) है -
- अन्य मुद्रा की तुलना में स्वदेशी मुद्रा के मूल्य को घटाना
- स्वदेशी मुद्रा के मूल्य को घटाना
- स्वदेशी मुद्रा के स्थान पर नई मुद्रा जारी करना
- इनमें से कोई नहीं
बैंक दर (Bank Rate) है -
- वह दर जिस पर देश की केन्द्रीय बैंक अच्छी श्रेणी के बिलों को फिर से भुनाने या स्वीकृत प्रतिभूतियों पर ऋण देने को तैयार रहती हैं
- वह दर जिस पर देश की केन्द्रीय बैंक देश की मुद्रा को दूसरे देश की मुद्रा में बदलने के लिए तैयार रहती है
- वह दर जिस पर देश के व्यापारिक बैंक स्वीकृत विनिमय बिलों को भुनाने के लिए तैयार रहते हैं
- वह दर जिस पर व्यापारिक अथवा केन्द्रीय बैंक स्वीकृत प्रतिभूतियों पर ग्राहकों को ऋण प्रदान करना घोषित करते हैं
बैंक दर के सम्बन्ध में निम्न में से कौन सा कथन सही है -
- बैंक दर का बाजार दर से कोई सम्बन्ध नहीं है
- बैंक दर बाजार दर का ही दूसरा नाम है
- बैंक दर बाजार दर से सामान्यतः अधिक रहती है
- बैंक दर बाजार दर से सामान्यतः कम रहती है
1881 में भारतीयों द्वारा स्थापित किया गया तथा भारतीयों के प्रबन्ध में चलने वाला बैंक था -
- अवध कामर्शियल बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- हिन्दुस्तान कामर्शियल बैंक
- पंजाब एण्ड सिंध बैंक
निम्न में से कौन सा एक अप्रत्यक्ष कर है -
- आय कर (Income Tax)
- मूल्य वर्धित कर (VAT)
- व्यय कर
- मृत्यु कर
चेक का रेखांकन (crossing) रद्द किया जा सकता है -
- चेक के धारक (Holder) द्वारा
- आदाता (Drawee) द्वारा
- प्रदाता (Drawer) द्वारा
- बैंक द्वारा