दादाभाई नौरोजी के सम्बन्ध में निम्न में से कौन-कौन से कथन सही हैं -
1. वे तीन बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये थे
2. उन्होंने 'पाव्हर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया' नामक पुस्तक की रचना की थी
3. उन्होंने 'नेशनल सोशल कांफ्रेंस' की स्थापना की थी
1. वे तीन बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गये थे
2. उन्होंने 'पाव्हर्टी एण्ड अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया' नामक पुस्तक की रचना की थी
3. उन्होंने 'नेशनल सोशल कांफ्रेंस' की स्थापना की थी
- केवल 1
- 1 और 2
- 2 और 3
- केवल 3
निम्न में से कौन भारत में मुसलमानों की उच्च शिक्षा के लिए पथ-प्रदर्शक बने -
- बदरुद्दीन तैयब जी
- अमीर अली
- सैय्यद अली खान
- सर सैय्यद अहमद खान
19वीं सदी के पूर्वार्द्ध में निम्न में से किसने कलकत्ता में 'आत्मीय सभा' की स्थापना की?
- ईश्वरचन्द्र विद्यासागर
- राधाकान्त देव
- राजा राममोहन राय
- देवेन्द्रनाथ टैगोर
'थियोसोफिकल सोसाइटी' ने भारत में कब और कहाँ अपना अपना मुख्यालय संस्थापित किया?
- 1882 - अडयार
- 1885 - बेल्लूर
- 1890 - आवडी
- 1895 - बेल्लूर
आर्य समाज निम्न में से किसका विरोध करता है?
- ईश्वर का अस्तित्व
- धार्मिक अनुष्ठान एवं मूर्ति-पूजा
- हिन्दुत्व
- इस्लाम
बंगाल की एशियाटिक सोसायटी (1784 में स्थापित) के प्रवर्तक कौन थे?
- वारेन हेस्टिंग्ज
- सर विलियम जोन्स
- सर जेम्स मैकिटॉश
- जेम्स प्रिन्सेप
ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध बिरसा मुंडा का संचालन किस प्रदेश में हो रहा था?
- पंजाब
- मणिपुर
- छोटा नागपुर
- तराय
ज्योतिबा फुले के सत्यशोधक समाज ने क्या प्रयास किया था?
- दम्भी ब्राह्मणों तथा उनके अवसरवादी धर्मग्रन्थों से नीची जातियों की रक्षा
- जाति प्रथा पर आक्रमण
- सतारा में जमींदार-विरोधी और महाजन-विरोधी विप्लव का नेतृत्व
- अछूतों के लिए पृथक् प्रतिनिधित्व
1885 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष कौन थे?
- दादाभाई नौरोजी
- ए.ओ. ह्यूम
- एस.एन. बनर्जी
- लॉर्ड डफरिन
"कांग्रेस अपने पतन के कगार पर है और भारत में रहते हुए मेरी एक महत्वाकांक्षा इसके शान्तिपूर्ण ढंग से समाप्त हो जाने में हाथ बँटाने की है" यह किसका कथन था?
- लॉर्ड डफरिन का
- लॉर्ड कर्जन का
- लॉर्ड लिटन का
- इनमें किसी का भी नहीं